आप पार्षद ताहिर पर हुआ एक्शन तरफदारी में उतरे विधायक अमानतुल्लाह खान

देश की राजधानी दिल्ली में भड़की हिंसा पर काबू पाने के बाद अब पुलिस उसके पीछे की साजिश रचने वालों पर शिकंजे कसना शुरू कर चुकी है। इसी क्रम में दिल्ली पुलिस ने सबसे पहले आम आदमी पार्टी के नेता और मुस्तफाबाद विधानसभा के नेहरू विहार वॉर्ड के पार्षद ताहिर हुसैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। पुलिस के एक्शन के बाद ही ताहिर पर आप ने भी कड़ा एक्शन लेते हुए उनको पार्टी से सस्पेंड कर दिया है। दिल्ली सीएम केजरीवाल ने गुरुवार को साफ-साफ कहा था कि अगर उनकी पार्टी का कोई व्यक्ति दोषी पाया जाता है तो उसे दोगुनी सजा दी जाए। केजरीवाल की पार्टी ने किया भी लगभग वैसा ही, जैसे ही ताहिर पर केस दर्ज हुआ उसकी प्राथमिक सदस्यता निलंबित कर दी गई। लेकिन ऐसा लगता है कि आप के टिकट पर एक बार फिर विधानसभा पहुंचे अमानतुल्लाह खान को पार्टी के इस फैसले पर कुछ ऐतराज है। खला से आप विधायक अमानतुल्लाह खान ताहिर के बचाव में उतरे हैं। अमानतुल्लाह ने ताहिर को लेकर एक ट्वीट किया है और उस ट्वीट को उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर पिन कर रखा है ताकि उसे ज्यादा से ज्यादा लोग देख सकें। ताहिर ने अपने ट्वीट में लिखा है कि ताहिर हुसैन बेकसूर है और उसे बीजेपी नेताओं को बचाने के लिए और आप को बदनाम करने के लिए झूठे केस में फंसाया जा रहा है। आप विधायक ने ताहिर को फंसाने की साजिश बीजेपी की बताई है। आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन को लेकर जब अरविंद केजरीवाल से सवाल किया गया तो दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा था, 'जो भी व्यक्ति दोषी पाया जाता है उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। अगर आम आदमी पार्टी का कोई व्यक्ति दोषी पाया जाता है तो उस व्यक्ति को दोगुनी सजा दी जानी चाहिए। राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए।'दिल्ली हिंसा को लेकर ताहिर हुसैन और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या, आगजनी और हिंसा फैलाने का केस दर्ज हुआ है। केस दयालपुर थाने में दर्ज हुआ है। इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच करेगी। ताहिर हुसैन पर IB के कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या का आरोप है। ताहिर पर यह आरोप अंकित के परिजनों ने लगाए हैं। ताहिर के पिता ने जो एफआईआर दर्ज कराई है उसमें भी उन्होंने ताहिर हुसैन का नाम शामिल किया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अंकित शर्मा के शरीर पर चाकू के निशान होने का खुलासा हुआ है। अंकित के पेट और सीने में चाकू के निशान मिले हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चाकू से गोदकर अंकित की हत्या करने की बात का खुलासा हुआ है।


" alt="" aria-hidden="true" />



Popular posts
दिल्लीः 5911 में से 104 गंभीर सांस रोगी मिले कोरोना पॉजीटिव, आईसीएमआर ने कराई थी जांच
फ़तेहपुर शहर के आवास विकास इलाक़े के एक बड़े स्टाकिस्ट के गो-डाउन में पर्याप्त भण्डारण के बावजूद लाँकडाउन के दूसरे दिन ही आटे की क़ीमत पाँच-छः सौ रुपये प्रति कुन्तल तक बढ़ा देना कही से मानवीय दृष्टिकोण नहीं कहा जा सकता। इसी तरह ज़रूरत के अन्य समानो की दरो में भी अप्रत्याशित उछाल सीधे तौर पर अभी से लोगों की समस्याओं को बढ़ाने वाली साबित हो रही है। मुख्यालय समेत जनपद के अन्य हिस्सों से ज़रूरी सामान चाहे खाद्यान्न हो, दवाए हों उन्हें महँगी क़ीमतों में देने, कालाबाज़ारी, घटतौली आदि की शिकायतें आम हो गई है।
अध्ययन के अनुसार गुजरात से 792, तमिलनाडू से 577, महाराष्ट 553 और केरल से 502 गंभीर श्वास रोगियों के सैंपल जांचे गए थे। महाराष्ट के आठ, पश्चिम बंगाल के छह और तमिलनाडू व दिल्ली के पांच जिलों में भर्ती मरीजों में संक्रमित मिले हैं। 104 संक्रमित मरीजों में एक मरीज हाल ही में विदेश यात्रा करके वापस लौटा था। जबकि दो मरीज संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से पॉजीटिव हुए। जबकि 40 मरीजों में संक्रमण न तो विदेश से आए किसी व्यक्ति से आया और न ही किसी के संपर्क में आने से आया।
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि हमसे लॉकडाउन बढ़ाने को लेकर पूछा गया था, जिस पर हमने वर्तमान हालात को देखते हुए इसे पंद्रह दिन और बढ़ाने की सलाह दी है। बाकी फैसला केंद्र सरकार को लेना है।
देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वहीं भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अध्ययन में चौंकान्ने वाला खुलासा हुआ है। देश के 21 राज्यों के 52 जिलों में 5911 में से 104 गंभीर सांस रोगी कोरोना पॉजीटिव मिले हैं। इनमें ज्यादात्तर मरीजों की आयु 50 वर्ष से ऊपर है और पुरूषों की संख्या अधिक है। 104 में से 39.2 फीसदी (40) संक्रमित मरीजों की कोई हिस्ट्री नहीं मिली है। न तो ये विदेश से आने वाले किसी व्यक्ति के संपर्क में आए हैं और न ही संक्रमित मरीज के संपर्क में आए हैं। दरअसल मार्च के पहले सप्ताह में कोरोना वायरस को लेकर आईसीएमआर ने अपनी लैब में कुछ रैडम सैंपलिंग की थी, जिसमें एक हजार सैंपल की जांच के बाद एक भी पॉजीटिव केस नहीं मिला था। इसके बाद 20 मार्च को टेस्टिंग प्रक्रिया में बदलाव करते हुए अस्पतालों में भर्ती गंभीर श्वास रोगियों की जांच कराने के निर्देश दिए गए। 15 से 29 फरवरी तक की गई 965 गंभीर सांस रोगियोंं की जांच में से दो मरीज पॉजीटिव मिले लेकिन जब टेस्टिंग प्रक्रिया में बदलाव हुआ तो देश भर के अस्प्तालों में भर्ती 4946 सैंपल की जांच हुई जिसमें से 102 सैंपल पॉजीटिव मिले। इसी के अनुसार देश में गंभीर सांस रोगियों के 5911 में से 104 सैंपल पॉजीटिव मिले हैं। अध्ययन में इन मरीजों की आयु औसतन 44 से 63 वर्ष के बीच बताई गई है। वहीं 83.3 फीसदी मरीज पुरूष हैं।